Demat के फायदे
डीमैट शेयर गुम नहीं होते, खराब नहीं हो सकते, चोरी नहीं हो सकते. इनसे सिग्नेचर ना मिलने जैसी समस्या भी नहीं होती. डीमैट खातों की वजह से शेयरों की खरीद बिक्री में धोखा होने की संभावना भी समाप्त हो जाती है. यह बहुत ही सुविधाजनक भी है.
आप अपना डीमैट खाता किसी दूसरे को ट्रान्सफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं. डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉइंट तरीके से खुलवाया जा सकता है. आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल सकते हैं. अधिकतर निजी बैंक आपको डीमैट खाता खुलवाने की सुविधा देते हैं. इसके अलावा कई निजी ब्रोकर कंपनियों के पास डीमैट खाता खुलवाया जा सकता है. इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड की कॉपी, पते का प्रूफ देना होता है और KYC भरना पड़ता है.
KYC क्या है
बैंक में खाता खोलना हो, फिक्स्ड डिपाजिट बनवाना हो, म्यूच्यूअल फण्ड खरीदना हो या बीमा लेना हो, आपसे KYC फॉर्म भरवाया जाता है. KYC क्या है और इसे क्यों भरवाया जाता है हिंदी में विस्तार से जानिये.
KYC यानि Know your customer को साधारण हिंदी में कहेंगे अपने ग्राहक को जानिये. बैंक तथा वित्तीय कम्पनियाँ इस फॉर्म को भरवा कर इसके साथ कुछ पहचान के प्रमाण भी लेतीं हैं जिसके जरिये वे अपने ग्राहक की पहचान की पुष्टि करते हैं. केवाईसी अपने ग्राहकों की पहचान की पुष्टि के लिए एक व्यापार की प्रक्रिया है. भारतीय रिज़र्व बैंक के द्वारा बैंकों के लिए ग्राहकों से केवाईसी भरवाना अनिवार्य किया गया है.
S.M.R
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